Tuesday, January 3, 2012

^_^



गर आज आंखे तन्हा ना होती,
तो राह तकते हुए भी खुश होते..
सांसो को साथ देता एक सहारा जो होता,
तो इस सफर के सपने भी दिल को भाते..


काश तू कहि मिल जाए ओ जादूगर,
सूनी करवटो का ये सिलसिला भी थम जाए..
बस बाते चुपके से करे हर पल,
संभाला हुआ ये दिल जो गुम हो जाए..


झुकी झुकी सी पलाकोन से हमने,
आँखो के राझ छुपाये,
दिल की बातें बडी फितूर देखो,
तेरे दिल से ना छूप ये पाये..

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